*होली: रंगों का त्योहार*होली भारत का एक प्रमुख त्योहार है, जो रंगों, प्यार और खुशी का प्रतीक है। यह त्योहार हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर मार्च के महीने में पड़ता है।*होली का इतिहास*होली का इतिहास प्राचीन है, और इसका उल्लेख कई पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। होली का त्योहार हिरण्यकश्यप नामक एक राक्षस राजा की कहानी से जुड़ा हुआ है, जिसने अपने पुत्र प्रह्लाद को भगवान विष्णु की पूजा करने से रोकने की कोशिश की थी। लेकिन प्रह्लाद ने अपनी भक्ति नहीं छोड़ी और अंत में भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप को मार दिया। इस जीत के उपलक्ष्य में होली का त्योहार मनाया जाता है।*होली के रीति-रिवाज*होली के दिन लोग रंगों, गुलाल और पानी के साथ खुशी मनाते हैं। वे अपने दोस्तों, परिवार और पड़ोसियों के साथ मिलकर रंगों का त्योहार मनाते हैं। होली के दिन लोग भी होलिका दहन का आयोजन करते हैं, जिसमें एक बड़े ढेर को जलाया जाता है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।*होली का महत्व*होली का त्योहार हमें कई महत्वपूर्ण सबक सिखाता है। यह हमें बुराई पर अच्छाई की जीत की याद दिलाता है, और हमें अपने जीवन में सच्चाई, न्याय और प्रेम का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित करता है। होली का त्योहार हमें अपने परिवार, दोस्तों और समुदाय के साथ जुड़ने और खुशी मनाने का अवसर भी प्रदान करता है।*निष्कर्ष*होली का त्योहार हमें रंगों, प्यार और खुशी का संदेश देता है। यह हमें बुराई पर अच्छाई की जीत की याद दिलाता है, और हमें अपने जीवन में सच्चाई, न्याय और प्रेम का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित करता है। आइए हम होली के त्योहार को खुशी और उत्साह के साथ मनाएं, और अपने जीवन में रंगों, प्यार और खुशी को फैलाएं।*कीवर्ड:* होली, रंगों का त्योहार, हिरण्यकश्यप, प्रह्लाद, भगवान विष्णु, होलिका दहन, बुराई पर अच्छाई की जीत।